Category Poetry

ना रूठने के वास्ते, ना मनाने के वास्ते, चलो कोई गजल लिखें आज – दिल को बहलाने के वास्ते

broken autumn leaves

ना रूठने के वास्ते, ना मनाने के वास्ते, चलो कोई गजल लिखें आज दिल को बहलाने के वास्ते.. . तुम रोते होगे की कोई छोड़ गया तुम्हें, की ख्याल रहे,लोग मिलतें हीं हैं  बिछड़ जाने के वास्ते.. . मैंने सुना…