उंगलियों के लहू का मिजाज बता देता है

किसी से भी हाथ मिलाते ही , उंगलियों के लहू का मिजाज उसके , बता देता है मुझे , उस के दिल का हाल ! इस तजुर्बे को मेरे , मेरे यारों , मेरे मुर्शिद की , मुझपर, बहुत बड़ी…
किसी से भी हाथ मिलाते ही , उंगलियों के लहू का मिजाज उसके , बता देता है मुझे , उस के दिल का हाल ! इस तजुर्बे को मेरे , मेरे यारों , मेरे मुर्शिद की , मुझपर, बहुत बड़ी…
वादों के सिलसिले भी बड़े लम्बे चले थें, . माजी के पन्नों से झलकती है तेरी नजर उन मांद होते पत्तों पर, . जो शाख से रुखसत के खौफ में हीं बूढ़े होते चले गये.. . और जब इक दिन तुम…