कुंती रही होगी माँ पर कर्ण की माँ वह कब थी ?

कुंती रही होगी माँ पर कर्ण की माँ वह कब थी ? और सूरज ने कब निभाया, है पिता ? भोगना है कर्ण को प्रारब्ध , जो न उसने है किया जो न उसकी है खता ? यह आज का दस्तूर…
कुंती रही होगी माँ पर कर्ण की माँ वह कब थी ? और सूरज ने कब निभाया, है पिता ? भोगना है कर्ण को प्रारब्ध , जो न उसने है किया जो न उसकी है खता ? यह आज का दस्तूर…
मेरे प्रकाशित काव्य संकलन “अनुगूँज संकलित प्रतिनिधि कविताएँ ” से यह विचारोत्तेजक और अबतक खूब सराही गयी कविता आपके लिए आज .. शीर्षक, ” राम पुत्र का आदर्श है पर पिता का आदर्श कौन ” ? पुत्र हो श्रीराम जैसा , हर…