Category Poetry

Hindi Poetry: अस्तित्व नहीं कुछ भी ..

small girl walking in the forest

अस्तित्व नहीं कुछ भी , बहारों का, नजारों का , इन फूलों पत्थरों और  पहाड़ों का ! अगर तुम नहीं शामिल, इन बहारों में , नजारों में, और इस जिन्दगी के, किनारों में !! – रंजन कुमार