Category Poetry

Hindi Poetry – एक पंक्चर ट्यूब

Punchure tube

जब भी मिलते हैं सहज नहीं रहते वो .. फूलने लगते हैं गुब्बारे की तरह ..! और फिर मैं फिर मिलूँगा कह चल पड़ता हूँ  वो पिचकने लगते हैं  पंक्चर ट्यूब की तरह …!  अहम ऊनका  अब होश में आता…

Hindi Poetry – लरजती होठों की जुबानी आज सब कहानी कह दो

Cat eyes

लरजती होठों की जुबानी आज सब कहानी कह दो , तैरता दरिया है जो आँखों में उस मस्ती की रवानी कह दो ! खामोशियाँ बिखरी हैं अभी उन्हें पलकों से चुनचुन कर , कैसे सम्भाली थी इश्क की  वह दरिया…