Category Poetry

Hindi Love poem : प्रेम-उपहार प्रियतम – Ranjan kumar

rose with dew drops

इन कुहासों में लिपटी , सुबह को देखो तो जरा .. मौसम बड़ा खुशनुमा है, पलकें तो खोलो .. कुछ कुहासे की बूंदें लाया हूँ मैं .. तुम्हारे लिए , ठंढे थे .. पर मेरे प्रेम ने गर्म कर दिया…

Hindi love Poetry : प्रेम का उपहार पहला पहला प्रिय अश्क कैसे दूँ तुम्हें – Ranjan Kumar

love boxes

चाहते हो बाँट लेना सब गम मेरे तुम , पर किस तरह उपहार में आंसू तुम्हे दूँ ? संकोच में है मन मेरा दुविधा बड़ी है .. प्रेम का उपहार पहला पहला प्रिय अश्क कैसे दूँ तुम्हें ? – रंजन…