Category Poetry

Hindi Poetry : उस काले गुलाब के फूल से !

black rose

  सुबह,  रोशनी की पहली किरण जब पड़ीं  बालकनी में रखे  उस काले गुलाब के  फूल से लिपटीं  उन ओस की बूंदों पर, . थोड़ी शर्मा सी गयी हो जैसे , वो एक ओस की बूँद  आलिंगन में वादों के शायद..…

Hindi Poetry : मत पूछना किसी ओस की बूंद से दर्द का मंजर !

dew drops

मत पूछना कभी किसी शाख पर, ठहरे ओस की बूंद से दर्द का मंजर, आखिर कैसा लगता होगा यूँ मुद्दतों  आसमां की  पलकों पर रहना.. और फिर  एक दिन बस, यूँ ही अचानक इतनी ऊंचाई से गिरना..! – Vvk