Category Poetry

Spiritual Hindi poetry : दीवानगी प्यार की तेरे – Ranjan Kumar

book art

दीवानगी प्यार की तेरे  कुछ इस कदर, चढ़ जाये मुझ पर, जर्रे जर्रे में तुझे महसूस करूँ  और तेरी रहमतों में खो जाऊं !   दीदार खुली आँखों से  हो हर दम तेरा, तेरी उम्मीद में जागूं  सुबह होने तक  तेरे…

Hindi poem : मेरी आँखों में मत झांक – Ranjan Kumar

Ranjan Kumar

मेरी आँखों में मत झांक , हिलोरें मारता यहाँ सच का समंदर है ! तैरने का इल्म समंदर में सबको नहीं होता ! जिद की तो , ए नादान बेवजह डूब जाएगा ! जो थाह लेने आये हो गहराई की…