Spiritual Hindi poetry अद्भुत रहस्य है वह परमात्मा – Ranjan Kumar

अद्भुत रहस्य है वह , परमात्मा … उसे खोजने में जो लगा जी जान से वह खुद उसी में खो गया ! किसी को नहीं मिलता वह आसानी से , जो उसे पाने चला वह गया और हमेशा के लिए…
अद्भुत रहस्य है वह , परमात्मा … उसे खोजने में जो लगा जी जान से वह खुद उसी में खो गया ! किसी को नहीं मिलता वह आसानी से , जो उसे पाने चला वह गया और हमेशा के लिए…
तेरे सिवा कुछ और तो नहीं मुझको चाहिए इस बार , मेरे मौला ! तू मेरी राह भी और तू ही मेरी मंजिल है ! हाथ खाली न रहे फिर मेरा मुझपर यह रहम करना ! सिर्फ…