Category Poetry

Inspirational Poetry : अस्तित्व की लड़ाई है यह – Ranjan Kumar

lantern

अँधेरे से लड़ते छोटे दीप को कहा मैंने , मुश्किल है लड़ना  अँधेरे से , हार जायेगा तू !   “अस्तित्व की लड़ाई है यह ,” वह छूटते ही बोला ..! “और जितनी भी देर जलूँगा  प्रकाश दूंगा ..! ख़त्म…

Hindi poetry : कहाँ है मेरे हिस्से का सूरज – Ranjan Kumar

sun set

मेरे हिस्से में भी तो था एक सूरज ! जो डूब गया असमय जिसे डुबो दिया शातिरों ने, मैं ढूंढ रहा हूँ उसे इस घने अँधेरे में .. हाथ में जलती चैली लिए , जिसे श्मशान की जलती चिता से उठाया है…