Category Poetry

Hindi poetry on death : एक सन्नाटा है मौत, बस जोरदार सन्नाटा – Ranjan Kumar

मौत दर्द नहीं है कोई पीड़ा भी नहीं है , एक सन्नाटा है मौत बस जोरदार सन्नाटा .. जो धीरे से उतरता है  और पसर जाता है ! इस सन्नाटे को जो चीरती हैं चीखें , वह मृतक के लिए नहीं, जो…