Category Poetry

Hindi love poetry : उसने दिल से ही पुकारा होगा – Ranjan Kumar

love

उसने दिल से ही  पुकारा होगा … फिर दिल तक  उसकी आवाज  क्यों नहीं आयी…? या मैं इतना व्यस्त था  कि उसे सुन न सका … या फिर पुकार  इतनी धीमी थी कि  मुझतक आते आते .. तरंगे हीं मर…

Hindi Poetry: चांदनी दुष्टा कुलच्छिनी ये बता – Ranjan Kumar

woman sitting alone

चांदनी दुष्टा , कुलच्छिनी,   ये बता …. देखती रहती है  सब अपराध तू ,   मौन होकर .. होंठ सिलकर , पर नहीं देती गवाही सत्य की ,   तो फिर बता कैसे है सुंदर तू , और तेरी…