Category Poetry

Spiritual love poetry : फिर मिलेंगे सफर में कहीं अनंत के – Ranjan Kumar

lost boy

दुनिया के थपेडों से घायल हो ज़िस्म फिर भी, रूह की पाकीजगी को यूँ नूर से रौशन रखना ! रूह से जुड़े हों रूह के जो  वो रिश्ते नहीं मरा करते , फिर मिलेंगे .. सफर  में कहीं, अनंत के , चलते…

Inspiring Hindi poetry : तू बस टिमटिमाता रह – Ranjan Kumar

kerosene lamp

उधार का तेल  और उधार की ही  बाती है तेरे पास , तू बस टिमटिमाता रह !! मैं मशाल हूँ  जितनी भी देर जला  बस जलूँगा, और भरपूर रौशनी दूंगा ! मर मिटने से पहले  इस घने कोहरे को भी…