Category Poetry

Hindi poem on life : झूठ का वहम भी अच्छा है – Ranjan Kumar

depressed person

झूठ का वहम भी  अच्छा है  जिन्दगी को सुकून से  जी लेने के लिए ! सत्य खोल देता है जब  चेहरे के ऊपर का चेहरा  और झाड़ पोंछ देता है  परत दर परत जमी  वक़्त की धूल , तब रूबरू…

Spiritual love poem : तुम्हारा अक्स – Ranjan Kumar

man standing alone in rain

तुम्हारा अक्स  अश्कों में झिलमिलाता है ,   फिर पूछता हूँ खुद से  अब तक मेरे होने का सबब ?   ये अँधेरे जो पसरे हैं  बिन सबेरों के, इनके सूरज का बेवजह डूब जाने का सबब ? – रंजन…