Category Poetry

Hindi Poetry : रस्मी बातों में कुछ नहीं रखा – Ranjan Kumar

‘रस्मी बातों में कुछ नहीं रखा  तू इनमे ये वक़्त बरबाद न कर , जो कहना हो कह दो ..’ दो पल हैं पास तेरे बस  और दो ही पल हैं पास मेरे भी ! आवारा बादल का एक टुकड़ा…

Hindi poetry : अपना मुस्तकबिल -Ranjan Kumar

अपना मुस्तकबिल तो  रख दिया था  तुम्हारी देहरी पर ही  चलते चलते ! अब कहीं भी पहुंचू सुकून होगा ये, कि मेरे कर्मों ने ही दिया  जो भी दिया !!  – रंजन कुमार