Hindi Love Poem : खुश्बू तेरी आयी है या कोई गुलिस्ताँ है यहाँ – Ranjan Kumar

खुश्बू तेरी आयी है या कोई गुलिस्ताँ है यहाँ ? नज़ारे बहके बहके हैं हवाएं महकी महकी हैं ! नया कुछ होनेवाला है मेरा दिल ये कहता है , परिंदे चहके चहके हैं घटायें बहकी बहकी हैं !…