Category Poetry

Spiritual emotional poetry: मार्ग पर बुद्धत्व के प्रियतम गए तुम

मार्ग पर बुद्धत्व के  प्रियतम गए तुम ,मुझको कहो मेरा मार्ग क्या  और अभीष्ट क्या ? मार्ग में आड़े क्यों आया पिता का फर्ज  और दायित्व भी पति का ? छोड़कर मझधार में  हमको अकेले बुद्धत्व क्या तुम पा सकोगे ? बूढ़े…

Emotional poetry : इस मुश्किल में कहते हो तुम्हें अकेला छोड़ दूँ – Ranjan Kumar

इस मुश्किल में कहते हो तुम्हें अकेला छोड़ दूँ , लड़ लोगे ..?ये लड़ाई  सिर्फ तुम्हारी है ? जो गुजरे हैं वक़्त संग संग .. और जो गुजारे हैं मिलकर साथ वक़्त हमने , ये उनकी मांग है साथ दूँ तेरा इस दौर में  तू चाहे…