Spiritual emotional poetry: मार्ग पर बुद्धत्व के प्रियतम गए तुम

मार्ग पर बुद्धत्व के प्रियतम गए तुम ,मुझको कहो मेरा मार्ग क्या और अभीष्ट क्या ? मार्ग में आड़े क्यों आया पिता का फर्ज और दायित्व भी पति का ? छोड़कर मझधार में हमको अकेले बुद्धत्व क्या तुम पा सकोगे ? बूढ़े…