कर्ण अर्जुन और फादर्स डे की सुबह – Ranjan Kumar

फादर्स डे की सुबह सुबहअर्जुन ने पूछा कर्ण से,किसे बधाइयाँ देगा आज तू ओ अंगराज..? कौन है तेरा पिता ? मालूम है क्या ? एक पल कर्ण सकपकाया, फिर हौले से मुस्कराया.. मैं सूर्य से पूछ लूँगा .. मेरे पिता का…
फादर्स डे की सुबह सुबहअर्जुन ने पूछा कर्ण से,किसे बधाइयाँ देगा आज तू ओ अंगराज..? कौन है तेरा पिता ? मालूम है क्या ? एक पल कर्ण सकपकाया, फिर हौले से मुस्कराया.. मैं सूर्य से पूछ लूँगा .. मेरे पिता का…
कहाँ तक तलाशोगे मेरा वजूद आखिर ? . बिछड़ के जर्रे जर्रे में बिखर गया हूँ मैं !! – रंजन कुमार