Category Poetry

Hindi Gajal : सवाल तेरे ही जब तुझसे जवाब मांगेंगे – Ranjan Kumar

सवाल तेरे ही जब तुझसे जवाब मांगेंगे , मै चुप रहा तो सब तुझसे हिसाब मांगेगे ! मेरी ख़ुद्दारी ही मुझको रोक देती है वरना, लोग तुझसे तेरे कर्मों की किताब मांगेंगे !   बहुत हुआ तमाम करते हैं किस्सा…

Hindi poetry on father’s day : तुम्हारा अवशेष मुझमे जी रहा है शिद्दत से – Ranjan Kumar

magic girl

ओ पिता तर्पण तुम्हें.. चिर विश्राम करो तुम,, परमात्मा की गोद में, तुम शेष नहीं दुनिया में, मगर तुम्हारा अवशेष मुझमे जी रहा है … शिद्दत से ! खुद को देखता हूँ आईने में, और सोचता हूँ..   मैं ऐसा…