जब सुरमई शाम ढले,और दुनिया में शाम का वो पहला पहला दीप जले:Hindi Poem By Ranjan Kumar
सुनो जाना, हम चाहते हैं तुम धड़को, मेरे…
सुनो जाना, हम चाहते हैं तुम धड़को, मेरे…
मृत्यु पर सबसे ज्यादा लिखा है मैने क्योंकि ध्यान की अनंत गहराइयों में जाकर मैंने मृत्यु के बाद की दुनिया का अनुभव बहुत गहराई से जाना है,इसलिए सुनी सुनाई बातें नहीं,सिर्फ पढ़ी बात भी नहीं,मुझे पता है अपने अनुभव से…