सितारों तुम गवाह रहना मैंने कोशिशें की तो थी

कभी फुर्सत में सोचूंगा ,खोया क्या और पाया क्या ?अभी तो दूर चलना है ,ये बस आगाज ही तो है ! सफ़र मुश्किल है , मुमकिन है निशां मिट जाए राहों में , सितारों तुम गवाह रहनामैंने कोशिशें की तो थी…
कभी फुर्सत में सोचूंगा ,खोया क्या और पाया क्या ?अभी तो दूर चलना है ,ये बस आगाज ही तो है ! सफ़र मुश्किल है , मुमकिन है निशां मिट जाए राहों में , सितारों तुम गवाह रहनामैंने कोशिशें की तो थी…
चूहे और छछूंदर की शादी हुई , फिर एक चछूंदर पैदा हुआ .. नस्लें हीं बर्बाद हो गयीं फिर, न चूहे बचे न छछूंदर .. चछूंदर घूम रहे अब हर जगह !! – रंजन कुमार ———————————-