Category Poetry

Love poem : उसके प्यार का वह फ़साना मैं आजतक कहाँ भूला – Ranjan Kumar

me and she

अब उसे कुछ भी तो  जब याद नहीं  वो बिसरी बातें , सोचता हूँ  क्या और क्योंकर  याद भी दिलाऊं मैं !  चाँद के पहरे में  पहरों सितारों से  करना मेरी बातें , लिखकर मेरा नाम  अपनी हथेली पर  मुझको…