इस दौर में तो चापलूसी ही सर्वोत्तम नीति है..

कई बैकों के एक्जाम दिए, कठिन – कठिन, सेलेक्ट भी हुए पर ज्वाइन नही किये कभी .. अच्छा ही किये थे यार .. अब मालूम पड़ा सही रास्ता, थैंक्यू उर्जित पटेल दादा,आप इस्तीफा नही देते तो शक्तिकांत दद्दा नही चुनाते…
कई बैकों के एक्जाम दिए, कठिन – कठिन, सेलेक्ट भी हुए पर ज्वाइन नही किये कभी .. अच्छा ही किये थे यार .. अब मालूम पड़ा सही रास्ता, थैंक्यू उर्जित पटेल दादा,आप इस्तीफा नही देते तो शक्तिकांत दद्दा नही चुनाते…
55 महीने तक मंत्री रहने के बाद अब श्री उपेंद्र कुशवाहा को यह दिव्य ज्ञान हुआ है कि सरकार अच्छा काम नही कर रही थी .. मोदी जी बिहार की उम्मीदों पर खरा नही उतरे .! राजनीति में ऐसे…