कर्ण और एकलव्य की कीमत पर बनता है अर्जुन महारथी

महान धनुर्धर अर्जुन जब कुरुक्षेत्र के मैदान में, गांडीव हाथ में लिए .. अपनी श्रेष्ठता पर कभी इठलाता रहा होगा, उसकी नजरों के सामने एकलव्य का कटा अँगूठा, उसकी सफलताओं को अंगूठा दिखाते हुए .. उसकी खुशिओं पर मुस्कुराता…