तमाम उम्र बड़े सख्त, इन्तेहाँ से गुजरता रहा ..

तमाम उम्र बड़े सख्त इन्तेहाँ से गुजरता रहा वो चराग , जो आँधियों से जख्मी था , फिर बरसात से गुजरता रहा ! – Vvk —————– Copyright —————–
तमाम उम्र बड़े सख्त इन्तेहाँ से गुजरता रहा वो चराग , जो आँधियों से जख्मी था , फिर बरसात से गुजरता रहा ! – Vvk —————– Copyright —————–
उनसे कहो सिर्फ दर्द – दर्द न करें , बल्कि अपना रोना सब मिलकर रो लें ! एक उम्र है मेरे साथ तजर्बे की , मैंने जख्म को हीं मरहम होते देखा है !! – Vvk