Category Psakoloji Bhauji

पसाकोलोजि भौजी और उनके मायके की दीपावली का रोजगार

#पसाकोलोजि_भौजी के घर मे दीपावली के बाद एक अलग ही परम्परा है जो पसाकोलोजि भउजी की दादी लहसुनगन्धा के बिआह होकर आने के बाद शुरू हुआ था.. लहसुनगन्धा जब अपने मायके में थी तब दीपावली के अगले दिन वह अपने…

पसाकोलोजि भौजी और उनका बचवा – पीदना

psakoloji ka peedna

पसाकोलोजि भौजी से पूछिस, उनकर बचवा, मम्मी “मुँहतोड़” जवाब का मतलब? पसाकोलोजि भौजी बोलीं.. “मतबल इसका यह होता है कि पहले जवाब देकर के और फिर मुक्का मार के मुँह भी तोड़ दिया जाय” अब” पीदना” हमसे पूछने लगा,”का हो…