बढ़ता जाता है जितना ही यह अँधियारा – Hindi Poetry
बढ़ता जाता हैजितना ही यह अँधियारा,सपने प्रकाश केउतने ही मुझको…
बढ़ता जाता हैजितना ही यह अँधियारा,सपने प्रकाश केउतने ही मुझको…
नदी के दो किनारे ..जो कभी नही मिलतेबस साथ साथ…
मौत दर्द नहीं है कोई पीड़ा भी नहीं है , एक…
सिर्फ जीवन को ही नहीं तुम मृत्यु को भी उतनी…
जब रास्ते रास्तों से ही सब सवाल करें , और…